
जाली डिग्रीयां बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश

मोहाली 5 अप्रैल (विजय) मोहाली में लंबे वर्षो से चल रहे जाली मैडीकल लाइन की जाली सार्टीफिकेट बनाने वाले एक नकली सैंटर वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। इसके अलावा मोहाली पुलिस ने सैंटर दो मालिकों तथा संचालकों को गिरफ्तार कर उनके पास से सैंकड़ों जाली बनी हुई सार्टीफिेट व अन्य समान बरामद कर लिया। मोहाली पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश करके उनका तीन दिन का पुलिस रिमांड हासिल कर मामले की गहनता से जांच करने का दावा किया है और भी कहा है कि इस गिरोह के नैटवर्क पंजाब के राज्य के अलावा अन्य सूबों में भी होने की पूरी आशंका है, जिसकी जांच की जा रही है।
उपरोक्त मामले में सोमवार को सोहाना पुलिस स्टेशन में एसपी सिटी रूर्लर मैडम रवजोत कौर ग्रेवाल ने मौके पर उपिस्थत अन्य पुलिस अधिकारियों की उपस्थिती में आयोजित प्रैसवार्ता के दौरान बताया कि जाली डिग्री वाले केस में पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है, क्योंकि उपरोक्त मामले में एसआइटी का गठन करके गंभीरता से जांच की गई और बड़ी संख्या में विभिन्न मैडभ्कल इंस्टीच्यूटों के जाली सार्टीफिकेट के अलावा सार्टीफिकेट बनाने वाले समान को बरामद कर लिया गया है।
एसपी सिटी रूर्लर ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। जिसके बाद मुख्य आरोपी निर्मल सिंह निम्मा को गिरफ्तार किया गया था और उसके पास से कई तरह के जाली सार्टीफिकेट बरामद हुए थे। जिसके बाद एसएसपी मोहाली सतिंदर सिंह के दिशा-निर्देशानुसार सिट का गठन करके और आरोपी से गहराई से पूछतांछ हुई जिसके बाद मोहाली पुलिस ने दो अन्य आरोपी जिनमें पहला आरोपी मलेरकोटला निवासी सुरिंदर कुमार सिंगला और दूसरा आरोपी गांव टोडरमाजरा मोहाली का मौजूदा सरपंच सर्बजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि उपरोक्त यह दोनों आरोपी अलग-अलग जगहों पर अपना जाली सार्टीफिकेट बनाने वाले इंस्टीच्यूट चला रहे थे।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए पुलिस ने बताया कि सर्वजीत सिंह जो कि मौजूदा सरपंच है जो कि समाज में अच्छा रसूख रखता है।
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काउंसिल आफ पैरामैडीकल नाम की बनाई जाली संस्था
मोहाली। एसपी रूर्लर रवजोत कौर ग्रेवाल ने बताया कि आरोपी सर्बजीत सिंह जो कि मौजूदा सरपंच है और यह मोहाली में काउंसिल आफ पैरामैडीकल नाम की जाली संस्था बनाई थी और फेस-5 मोहाली में इसका कार्यालय खोला था ताकि भोले-भाले लोगों को धोखा दिया जा सके। जबकि सुरिंदर कुमार सिंगला जिसकी मलेरकोटला में अपना क्लीनिकल लैब है और यह सर्वजीत सिंह का साथ देता था। इसके अलावा विभिन्न जगहों पर लोगों को गुमराह करके सर्बजीत के पास लाता था। वहीं सर्वजीत सिंह दावा करता था कि उसकी काउंसिल पंजाब सरकार की ओर से मान्यता है और काउंसिल के पास पैरामैडीकल रजिस्टर्ड करने का अधिकार है।
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कौन -कौन कोर्स व डिप्लोमा आदि की देते थे डिग्रीयां?
मोहाली। मोहाली पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों द्वारा डीएमएलटी, ओटीटी, बीएएमएस, बीचीटी, ईसीजी,एक्स-रे टैक्नीशिन,आरएमपी,बीएमएस एैंड ईडी, बीए, आइटीआइ आदि कोर्सो के जाली सार्टीफिकेट बना के दिए जाते थे। पुलिस ने आरोपी के कई तरह के रजिस्टर्ड, मोहरें, होलमार्क आदि भी बरामद किए हैं।
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स्वास्थ्य के साथ सरेआम हो रहा था खिलवाड़, ऐसे नकली सार्टीफिकेट हासिल करने वाले लोग, लोगों के जीवन से करते हैं खिलवाड़
मोहाली। जाली सार्टीफिकेट बनाने वाले संस्था और उसके गिरोह का पर्दाफाश् ा करने वाली मोहाली पुलिस का कहना है कि ऐसे लोग जो कि खास करके उन लोगों के जीवन से खिलवाड़ करते हैं जिनके पास न तो कोई अनुभव होता है और न ही कोई ट्रेनिंग । लेकिन ऐेसे नकली सार्टीफिकेट प्राप्त करके अस्पतालों व अन्य लैब में काम करते हैं जिनके बारें में भी शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जा सकती है और मामले की जांच की जा रही है।
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