फेस-6 के सीविल अस्पताल की ओपीडी बंद, कोरोना केयर सैंटर बनाया
मोहाली 26 अप्रैल (विजय)। फेस-6 की सीविल अस्पताल में वर्षो से चलाई जा रही ओपीडी को अचानक एक नोटिस लगा कर बंद कर दिया गया जिसके चलते सोमवार को यहां आने वाले अधिकांश मरीजों को बिना इलाज के ही वापस जाना पड़ा और कईयों को अन्य अस्पतालों व झोलाछाप डाक्टरों का भी सहारा लेना पड़ा। गौरतलब है कि मोहाली सीविल अस्पताल में चलने वाली ओपीडी को अब एक तरह से यहां बंद किया जा चुका है और इसको शिफ्ट करके फेस-6 के औद्योगिक क्षेत्र में स्थित ईएसआई अस्पताल में सीविल अस्पताल की ओपीडी चलाने का फैसला किया गया है। अस्पताल प्रबंधकों का कहना है कि ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि सीविल अस्पताल मोहाली को अब पूर्ण तौर पर कोविड केयर सैंटर में तब्दील किया जा रहा है और यहां बेड आदि की संख्या में बढ़ाया जाना है। क्योंकि पिछले कुछ समय से कोरोना के मरीजों की संख्या मेंं काफी इजाफा हो रहा है। लेकिन वहीं अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को जब ओपीडी मेंं नहीं देखा गया तो उनको कई तरह की दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा। लोगों का आरोप था कि जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन को अचानक से ओपीडी और इमरजैंसी को यहां से बंद करके कहीं और भेजे जाने के मामले में पहले लोगों को जानकारी देना था जो कि नहीं दी गई और अब उनको अस्पताल आ कर ही पता चल रहा है कि अस्पताल की ओपीडी पूर्ण तौर पर बंद हैं और यदि उनको ओपीडी में दिखाना है तो फेस-7 स्थित ईएसआई अस्पताल में जाना होगा।
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क्या -क्या आ रही लोगों को दिक्कतें?
मोहाली। सीविल अस्पताल की ओपीडी को बंद करके जिस जगह पर शिफ्ट किया गया है वहां तक जाने के लिए मरीजों और उनके तीमारदारों को महंगे पैसे/ किराया खर्च करके स्पेशल तौर पर जाना होगा। एक ओर जहां किराया ज्यादा लगेगा वहीं समय भी ज्यादा लग रहा है। इसके अलावा अधिकांश लोगों को ईएसआई के बारें में ज्यादा न पता होने पर वाहन चालक भी उनकी लूट करेगें और तंग परेशान का भय सता रहा है।
क्या कहना है सीविल अस्पताल के एसएमओ ?
मोहाली। सीविल अस्पताल के एसएमओ डा. एचएस चीमा का कहना है कि उनको भी उनके विभाग के उच्चाधिकारियोंं की ओर से रविवार को अचानक आदेश आया था कि सीविल अस्पताल को पूर्ण तौर पर कोविड केयर सैंटर में तब्दील किया जाना है। इसलिए सीविल अस्पताल की ओपीडी और इमरजंैसी सेवाओं को शिफ्ट करके ईएसआई अस्पताल में चालू किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार और विभाग ने जो फैसला लिया है यह कोरोना के बढ़ते मामले को कम करने और लोगों को बचाने के लिए ही लिया है। उन्होंने बताया कि इएसआई अस्पताल प्रबंधन कीे उनकी आवश्यकता अनुसार चार स्पेशलिस्ट डाक्टर की टीम भेजी जा चुकी है और बाकी स्टाफ को भी शिफ्ट किया जा रहा है जिसे एक दो दिन में पूर्ण तौर पर कर दिया जाएगा और एक दो दिन में इमरजैंसी भी पूर्ण तौर पर शिफ्ट हो जाएगी। उन्होंने कहा कि वैंटीलेटर वाला काम काफी लंबा होता है हम अभी सीविल अस्पताल को एल-2 लेबर यानि की ऑक्सीजन सिलेंडर से रिलेटिड कोविड केयर सैंटर बनाने जा रहे हैं।
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