दिल्ली धरने पर बैठे किसानों में से अभी तक किसी भी किसान की मौत कोरोना नहीं:किसान नेता गुरनाम सिंह चडूनी
मोहाली 27 अप्रैल (विजय)। दिल्ली बॉडर पर तीन कृषि कानूनों को रद्व करवाए जाने को लेकर लंबे समय से धरने पर बैठे किसान आन्दोलन को बुलंद करने वाले किसान नेता गुरनाम सिंह चडृूनी मंगलवार को सोहाना के एतिहासिक गुरूद्वारा सिंह शहीदां में एक कार्यक्रम में शिकरत करने के लिए विशेष तौर पर पहुंचे। किसान नेता गुरूद्वारा साहिब में दिल्ली बॉडर पर किसान आन्दोलन के समय शहीदी प्राप्त करने वाले किसानों और जो आन्दोलन में डटे हैं उनके संबंध में गुरूद्वारा साहिब में रखवाए गए श्री सहज पाठ के भोग मौके पहुचे थे, जहां गुरूद्वारा साहिब की प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारियों और अन्य किसान समर्थकों ने उनको बढ़ृ चढ़ कर स्वागत किया और किसानी आन्दोलन को बुलंद रखने की बात कही।
इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में किसान नेता गुरनाम सिंह चडूनी ने कहा कि वह किसानों के हितों में रखे गए पाठ के भोग में आए थे और अब छठा सहज पाठ समाप्त होने के बाद 7 श्री सहज पाठ आरंभ करवा दिया गया है जिसका भोग 11 मई को डाला जाएगा। श्री चडूृनी ने बताया कि कोरोना का खौफ सरकारों द्वारा फैलाया जा रहा है और केन्द्र सरकार की बार-बार यहीं मंशा रही है कि किसी न किसी तरह किसान आन्दोलन पर बैठे किसान उग्र हो जाए और उनको किसी न किसी साजिश के तहत हटाया जा सके। लेकिन अब यह किसान आन्दोलन , आन्दोलन नहीं बल्कि एक जन आन्दोलन बन चुका है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि दिल्ली धरने पर बैठे जितनी भी किसानों की मौत अभी तक हुई है उनमें एक भी किसान कोरोना की बीमारी से पीडि़त नहीं था। किसान नेता ने कहा कि सिर्फ सोशल मीडिया और गोदी मीडिया के द्वारा ही बताया जा रहा है कि किसान आन्दोलन में अब लोग नहीं हैं, जबकि आज भी किसान पहले ही तरह की दिल्ली बॉडर पर बिना किसी तरह के डर, भय के डटे हुए हैं। दीप सिद्वू के रिहाई पर और फिर किसान आन्दोलन के संबंध में पूछे सवाल पर श्री चडूनी ने कहा कि वह इस मामले पर कुछ भी नहीं बोलेगें। उन्होंने कहा कि सरकार हर तरह से किसानों को बदनाम करने पर लगी हुई है एक उदाहरण देते हुए श्री चडूनी ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले एक ऑक्सीजन लोड ट्रक को दिखाया गया था कि उसे किसान नहीं जाने दे रहे हैं, जबकि हरियाणा सरकार खुद ही आगे ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं दे रही है। उन्होंने केन्द्र सरकार पर तीखे शब्दों से प्रहार करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार लाख कोशिश कर लें, लेकिन किसान के खिलाफ ऑपरेशन क् लीन जैसी साजिशें कभी कामयाब नहीं होगीं और किसान के हौंसले कभी भी कम नहीं होगें। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बिल्कुल सही है कि सोशल मीडिया पर देखने सुनने को मिला था कि हरियाणा में कुछ किसान भाई अपनी गेंहू की फसल अडानी और अंबानी के गोदामों में ले जा रहे हैं, लेकिन यहां यह ध्यान देना बहुत जरूरी है कि यह तो एक तस्वीर है, यदि किसान आन्दोलन को सफलता नहीं मिलती तो आने वाले वर्षो मेंं एक बार नहीं बल्कि हर बार गेंहू अडानी के गोदामों में जाता हुआ दिखाई देगा।
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