गर्भवती महिला की फरियाद पर एडीएम को आया तरस.. बिल्डर को फोन कर लगाई फटकार, कहा बंद लिफ्ट चलाते हो या फिर मैं आ कर चलाऊं
मोहाली 22 मई (विजय)। खरड़ नगर कौंसिल के अधीन आने वाली गुलमोहर हाइट्स खानपुर में लंबे समय से बंद पड़ी लिफ्ट पीडि़तों की ओर से एसडीएम को फरियाद करने के बाद आखिर में चलने लगी हैं और अब खास करके पिछले छह माह से गर्भवती पीडि़त महिला को अपनी छठी मंजिल पर स्थित मकान में आने-जाने में काफी राहत मिल गई है। बंद लिफ्ट चलने के मामले में पीडि़त महिला निशा ने बकायदेतौर पर एसडीएम खरड़ का आभार व्यक्त किया है।
गौरतलब है कि 2० मई को मोहाली से गुलमोहर हाइ्टस खानपुर में रहने वाले लोगों की सभी तरह की समस्याओं को उजागर किया गया था और खबर को प्रमुख्ता से प्रकाशित किया गया, जिसके बाद पीडि़त गर्भवती महिला निशा एक बार फिर अपनी फरियाद लेकर खरड़ के एसडीएम के पास पहुंची और अपनी समस्याओं को बताया,जिसके बाद एसडीएम खरड़ ने स्वंय बिल्डर सुखविंदर सिंह गोल्डी को फोन करके फटकार लगाई और यहां तक कहा कि यदि आप से लिफ्ट नहीं चलती तो मुझे आना होगा या फिर क्या फिर मैं आ कर चलाऊ?। महिला अनुसार वह वीरवार को अपनी पति के साथ करीब दो बजे से लेकर 4 बजे तक एडीएम कार्यालय में रही और उसने पहले एसडीएम के स्टाफ से बात की और जब स्टाफ ने बिल्डर के स्टाफ को फोन किया और लिफ्ट चलाने की बात कहीं तो स्टाफ ने फोन काट दिया, जिसके बाद स्टाफ के फोन से एसडीएम साहब ने बिल्डर को फोन लगाया और फोन लगने के बाद फटकार लगाते हुए कहा कि आप लिफ्ट चलवाते हो या नहीं। की मैं आ कर चलवाऊं। उन दिन से अब लिफ्ट चल रही है
पीडि़त महिला ने बताया कि हालांकि यह लिफ्ट सिर्फ उनके लिए ही चलती है,लेकिन गर्भवास्था में लिफ्ट का चल जाना उनके लिए बहुत बड़ी राहत है, नहीं तो छठी मंजिल तक कैसे जाती थी उन्हें ही पता है। बता दें कि छह महीने की गर्भवती महिला नीशा पत्नी संजीव कुमार के अलावा सोसाइटी में रहने वाले मोहित, एच सिंह,राजेश शर्मा,सोनिया, सुमित शर्मा,मुस्कान सिंह,तरफिक अहमद,नितिन राजपूत,प्रियंका, स्वाति का आरोप है कि पिछले चार सालों से सोसाइटी में रह रहे हैं, लेकिन सोसाइटी में लोगों की सुविधा के लिए दो लिफ्ट लगाई गई हैं जो कि पहले कुछ दिनों तक चली। उसके बाद धीरे-धीरे चलनी बंद हो गई और लंबे समय से खराब पड़ी हंै जिसके चलते छह-छह मंजिला फ्लैट वालों को भी सीढिय़ों का सहारा लेना पड़ता है। सोसाइटी में रहने वाले अन्य लोगोंं ने सोसाइटी में जगह-जगह जान लेवा गड्ढों का होना , खुली बिजली की तारें और सोसाइटी के स्ट्रीट लाइट आदि का न होने से अनेकों तरह की समस्याओं को गिनाया और कहा कि बिल्डर की ओर से फ्लैट बेचते समय जो वायदे किए गए थे उसे एक भी पूरा नहीं किया गया है, जिसके चलते आज वह नरकभरा जीवन जीने को मजबूर हैं। स्थानीय लोगों ने बिल्डर और उनके स्टाफ पर दुरव्यवहार करने का आरोप भी लगाया और कहा कि जब वह शिकायत करते हैं तो बिल्डर समस्याओं का निवारण करने के वजाए उल्टा उन पर रौब मारता है और बुरा -भला भी कहता है। सोसाइटी निवासियों ने कहा कि सोसाइटी में 8० के करीब कुल फ्लैट है जिनमें से मात्र 15 के करीब फ्लैट में फ्ैमिली रहती है , बाकी फ्लैट को पीजी के तौर पर दिया गया है और रात को हुडदंगबाजी, शोर-शराबा और तेज-तेज म्यूजिक बजाना आम है, जिसके चलते उनके परिवार पर भी इसका बुरा असर पड़ता है जिसकी शिकायत उनकी ओर से संबंधित पुलिस को भी दी गई है। इस दौरान उन्होंने कहा कि यदि उनको इंसाफ न मिला और बिल्डर के खिलाफ बनती कार्रवाई न की गई तो वह जल्द ही मामले को लेकर मोहाली के उच्चाधिकारियों से इंसाफ की गुहार लगाएंगें।
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क्या कहना है कि बिल्डर सुखविंदर सिंह गोल्डी ?
मोहाली। उपरोक्त मामले में बिल्डर सुखविंदर सिंह गोल्डी ने कहा कि उनकी ओर से सोसाइटी का जिम्मा किसी और को दिया गया है, लेकिन लोग पिछले लंबे समय मैनटेंनेंस चार्जिज नहीं दे रहे हैं, जिसके चलते लिफ्ट बंद पड़ी हैं। लेकिन जरूरत पडऩे पर जनरेटर की मदद से चला दी जाती हैं। पीजी रखे जाने के मामले में गोल्डी ने कहा कि उन्होंने फ्लैट व सोसाइटी किसी और को दे रखा है अब अगला पीजी रखे या कोई और उसमें मैं क्या कर सकता है
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