जॉइंट एसोसिएशन ऑफ कॉलेजेज (जैक) ने की चरणजीत सिंह वालिया, डॉ. जेएस धालीवाल और प्रो. अवतार सिंह को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड की घोषणा शिक्षा के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान एवं सेवाओं को समर्पित; राज्य स्तरीय बैठक में लिया गया जैक का निर्णय
मोहाली 26 मई (विजय)। उच्च शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी प्र2यात विद्वान डॉ. जे.एस. धालीवाल, एस. चरणजीत सिंह वालिया, प्रो. अवतार सिंह जी के निधन से पूरे शिक्षक समुदाय में शोक की लहर है। जॉइंट एसोसिएशन ऑफ कॉलेजों ने पंजाब में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान और उ8ार भारत में पंजाब को एजुकेशन हब बनाने में मह8वपूर्ण भूमिका के मद्देनजर इन उत्कृष्ट व्यक्तित्वों के लिए मरणोपरांत लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड की घोषणा की है। यह निर्णय जॉइंट एसोसिएशन ऑफ कॉलेजेज, पंजाब के प्रतिनिधियों ने राज्य स्तरीय बैठक के दौरान लिया।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर एवं चीफ पेट्रन जैक सण् सतनाम सिंह संधू ने कहा कि श्री चरणजीत सिंह वालिया, ज्वाइंट एसोसिएशन ऑफ कॉलेजेज के संस्थापक पेट्रन, एसोसिएशन ऑफ नर्सिंग कॉलेज एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूशंस के अध्यक्ष, नवाब जस्सा सिंह अलुवालिया ट्रस्ट और माता साहिब कौर नर्सिंग कॉलेज, मोहाली के अध्यक्षय डॉ. जे.एस. धालीवाल संस्थापक अध्यक्ष, पंजाब अनएडेड टे1िनकल इंस्टीट्यूशंस एसोसिएशन, चांसलर गुरु काशी यूनिवर्सिटी, तलवंडी साबो और एसयूएस ग्रुप ऑफ कॉलेज, टंगोरी, मोहाली के वाइस चेयरमैनय संस्थापक वि8ा सचिव, पुटिया और श्री सुखमनी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टे1नोलॉजी, मोहाली के संस्थापक प्रो. अवतार सिंह ने राज्य के शैक्षिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में पंजाब को बढ़ावा देने में इन दिवंगत हस्तियों की कड़ी मेहनत को हमेशा याद किया जाएगा।
सतनाम सिंह संधू ने कहा ‘ 9० के दशक में दक्षिण भारत में विशेष रूप से तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में अध्ययन करने का चलन था, 1योंकि पंजाब में बहुत कम विकल्प उपल4ध थे। तब पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले तीन शिक्षाविद् डॉ. जेएस. धलीवाल प्रो. अवतार सिंह और श्री चरणजीत सिंह वालिया ने मोहाली में विश्व स्तरीय शिक्षण संस्थान स्थापित करने और युवाओं के लिए सर्वो8ाम उच्च शिक्षा सुविधाएं प्रदान करने का निर्णय लिया। स. सतनाम संधू ने कहा कि इंजीनियरिंग, नर्सिंग और अन्य पेशेवर क्षेत्र में उच्च शिक्षा संस्थानों की स्थापना के साथए पंजाब से छात्रों का पलायन काफी हद तक रुक गया और 1० वर्षों के भीतर पंजाब टे1नीकल एजुकेशन के केंद्र के रूप में उभरा है।’ प. संधू ने आगे कहा कि ‘तीनों शिक्षाविदों ने पंजाब में निजी क्षेत्र में उच्च शिक्षा संस्थानों की स्थापना का मार्ग प्रशस्त किया और आज पंजाब में परिदृश्य यह है कि निजी क्षेत्र के संस्थानों का शिक्षा के सभी स्तरों पर लगभग ९० प्रतिशत योगदान है। निजी क्षेत्र के संस्थानों ने न केवल पंजाब के युवाओं के लिए गुणव8ाापूर्ण शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित की है, बल्कि राज्य में विशेष रूप से महिला छात्रों के बीच ड्रॉप.आउट दर को कम करने में भी योगदान दिया है। इसके परिणामस्वरूप पंजाब के युवाओं के लिए लाखों नए रोजगार के अवसर पैदा हुए। संधू ने कहा शिक्षाविदों के निधन से पंजाब और शिक्षा बिरादरी को अपूरणीय क्षति हुई है।’ जैक के प्रेसिडेंट और फैप के चेयरमेन डॉ. जगजीत सिंह, पुटिया के प्रेसिडेंट और जैक चेयरमेन डॉ. गुरमीत सिंह धालीवाल, डॉ. अंशु कटारिया को.चेयरमेन जैक एंड चेयरमेन पुटियाय मनजीत सिंह, बीएड कॉलेजिस फेडरेशन के प्रेसिडेंट, राजिंदर धनोआ प्रेसिडेंट पंजाब अनएडेड डिग्री कॉलेज एसोसिएशन (पीयूडीसीए) और आईआईटी कॉलेज एसोसिएशन से सुखमंदर सिंह जेएसी की बैठक में उपस्थित रहे।
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