लोग समझ चुके है कि भाजपा बड़े कारपोरेट घरानों की सरकार है- किसान नेता चढूनी
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जीरकपुर, 14 जून (ਕ੍ਰਿਤਿਕਾ)
केंद्रीय कृषि मंत्री के साथ 11 बार किसानों की बैठक हुई। हर बार किसानों ने कृषि कानून के फायदे पूछे लेकिन कोई जबाब नहीं मिला। किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने जीरकपुर में पत्रकारों के साथ बातचीत में ये बात कहीं। गुरनाम सिंह सोमवार को आम आदमी पार्टी के नेता नवजोत सैनी के घर पर पहुंचे थे जहां उन्होंने पत्रकारों से विशेष बातचीत के दौरान किसानी मुद्दे पर खुलकर अपने विचार पेश किए। गुरनाम सिंह ने कहा कि कृषि कानूनों में क्या खामी है, इसको लेकर एक किताब कृषि मंत्री को दी गई ताकि वे अच्छी तरह से जान ले कि कानून कैसे गलत है ? गुरनाम सिंह ने कहा कि आंदोलन अब जन आंदोलन बन चुका है। लोग समझ गए है कि भाजपा बड़े कारपोरेट घरानों की सरकार है। किसानों से बैठक होगी या नहीं ये कृषि मंत्री जाने ? वे सिर्फ बातचीत की बात कहते है लेकिन करते नहीं। किसान तो बातचीत को तैयार है।
एक सवाल के जबाब में चढूनी ने कहा कि हरियाणा के गृह मंत्री जो कह रहे कि उन्हीं को जबाब पता होगा कि गोपनीय एंजेडा क्या है ? गुरनाम सिंह ने कहा कि किसानों का आंदोलन एक धर्म आंदोलन है। किसान नेता ने कहा कि पंजाब के जो नेता अब भाजपा में ही किसानों के हक में आवाज बुलंद कर रहे है उनकी भी बात नहीं सुनी जा रही, क्योंकि ये राज हट है। ये राज हट भाजपा को ले डूबेगी। गुरनाम सिंह ने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर भी कृषि कानून रद्द किए जाएंगे या इन को पेडिंग किया जाएगा, इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता, क्योंकि कारपोरेट घरानों से भाजपा का सौदा हो चुका है, पैसा लिया जा चुका है। भाजपा का बैकफुट पर आना मुश्किल है। अगर भाजपा ऐसा करेगी तो कारपोरेट घराने पार्टी के शीर्ष नेताओं को नहीं छोड़ेगे। गुरनाम सिंह ने कहा कि किसानों का आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कि किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया जाता। इस मौके नवजोत सैनी ने गुरनाम सिंह को सिरोपा डाल कर सम्मानित किया और उनका घर आने पर धन्यवाद किया। इस मौके राजिंदर सिंह, सरपंच सिमरनजीत सिंह,रमन सैनी, गुरप्रीत मोंटी, जसवंत रुड़की व जोहनी नगला भी उपस्थित थे।
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