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इनोवेशन और रिसर्च के प्रति युवाओं को प्रेरित करने के लिए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, घड़ूआं ने किया ‘अब्दुल कलाम इंटरनेशनल इनोवेशन कॉन्क्लेव-2०21’ का आगाज़

मोहाली 3० जून (विजय)।  किसी भी देश का विकास इनोवेशन पर निर्भर करता है और भारत ने पिछले एक दशक में इनोवेशन इकोसिस्टम के निर्माण में अभूतपूर्व प्रगति की है। लगभग 5०,००० स्टार्टअप के साथ, भारत संयुक्त राज्य अमेरिका और यूके के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी स्टार्टअप अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है। ग्लोबल इनोवेशन इंडे1स (जीआईआई) रैंकिंग में भारत चार पायदान ऊपर चढ़ कर 48वें स्थान पर पहुंच गया है। भारत सरकार का विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग विभिन्न पहलों के माध्यम से देश को इनोवेशन और इन्टरप्रेन्योरशिप के क्षेत्र में शीर्ष देशों में से एक बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इसी प्रयास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, घड़ूआं द्वारा डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टे1नोलॉजी, भारत सरकार और इंस्टीट्यूशंस इनोवेशन काउंसिल के सहयोग से ‘अब्दुल कलाम इंटरनेशनल इनोवेशन कॉन्1लेव-2०21’ का आयोजन किया गया है। कॉन्1लेव का विषय आईओटी/आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एग्रीकल्चर, एनर्जी कंजर्वेशन, वेस्ट मैनेजमेंट और प्रोड1ट डिवेल्पमेंट पर आधारित है, जो भारत सहित ३२ देशों के युवाओं को संबंधित क्षेत्रों के संदर्भ में नए इनोवेशन आइडिया और प्रोड1ट विकसित करने के लिए एक सुनहरा मंच प्रदान करेगा।
2 महीने तक चलने वाले इंटरनेशनल इनोवेशन कॉन्1लेव के उद्घाटन समारोह के दौरान नॉर्थ इंडिया डायरे1टर, यूएस एंबेसी माइकल रोसेंथल; सीटीआईओ एंड वीपी इनसाइट्स एंड डाटा, कैपजेमिनी इंडया, मोटिवेशन स्पीकर, स्टार्टअप एडवाइजऱ मुकेश जैन; ऑस्टेलियन ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट कमीशन, एजुकेशन डायरे1टर वेस्ट  श्रीमति मनहाज़ खान; यूईटी इटली प्रेसिडेंट श्रीमति मरीना; मिनीस्ट्री ऑफ एजुकेशन इनोवेशन सेल, गर्वमेंट ऑफ इंडिया के इनोशन डायरे1टर श्री मोहित गंभीर; बिजनेस मैनेजर नेहा दिवान; डीएसटी डायरे1टर डॉ. सुजीत बनर्जी विशेष रूप से उपस्थित रहे और ‘लर्न टू इन्वेंट’ विषय पर अपने विचार साझा कर इनोवेशन के लिए युवाओं का मार्गदर्शन किया।
माइकल रोसेंथल ने कहा कि ‘औद्योगीकरण और आर्थिक विकास की प्रक्रिया में एंटरप्रेन्योर एक मु2य स्त्रोत के रूप में कार्य करते हैं। सरकार अकेले एंटरप्रेन्योरशिप नहीं बना सकती है, हमें व्यक्तिगत रूप में एंटरप्रेन्योरशिप कल्चर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी और आज द्विपक्षीय व्यापार भारत और अमेरिका दोनों देशों के लिए नौकरियों और विकास के लिए महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर बात करते हुए भारत सरकार डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टे1नोलॉजी के डायरे1टर डॉ. सुजीत बनर्जी ने कहा कि भारत सरकार उद्यमिता और स्टार्टअप-इकोसिस्टम जैसे विभिन्न क्षेत्रों में नीति-आधारित इनोवेशन के लिए अथक प्रयास कर रही है। डॉ. बनर्जी ने कहा कि डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टे1नोलॉजी, डिपार्टमेंट ऑफ बायोटे1नोलॉजी और डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस जैसे विभागों ने नेशनल इनोवेशन इकोसिस्टम को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड ट1नोलॉजी का एंटरप्रेन्योर इन रेजिडेंस प्रोग्राम (ईआईआर) भारत में योग्य युवाओं को उद्यमिता को एक व्यवहार्य करियर के रूप में अपनाने और भारत के भविष्य और अर्थव्यवस्था को आकार देने में मदद करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
स्टार्टअप एडवाइजऱ मुकेश जैन मुकेश जैन ने कहा कि इनोवेशन एक विचार के साथ शुरू होता है, जिसे समाज के लिए फायदेमंद बनने के लिए भविष्य की तकनीक का आकार लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि हमें छात्रों से असफलता के डर को दूर करना होगा। सफल होने के लिए व्यक्ति को अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलना होगा, यथास्थिति को लगातार चुनौती देनी होगी और कुछ नया करना होगा।
लर्न टू इन्वेंट विषय को संबोधित करते हुए मोहित गंभीर ने कहा कि हम इनोवेशन सैल की सहायता से प्राथमिक तौर पर इनोवेशन के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, जो एक मजबूत इनोवेशन माइंडसेट बनाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास विभिन्न कॉलेजों में 25०० से ज्यादा इन्स्टीट्यूशं इनोवेशन काउंसिल हैं, जो डिजाइन थिंकिंग, क्रिएटिविटी, उद्यमिता स्किल आदि के माध्यम से युवाओं का विकास करने का प्रयास कर रहे हैं। डॉ. मरीना ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अ4दुल कलाम के उद्देश्य को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ. कलाम का ड्रीम, ए1शन एंड रिसर्च का सिद्धांत आपका आदर्श वा1य होना चाहिए और रिसर्च एक लंबी यात्रा है, इसलिए युवाओं को निर्भय और मह8वाकांक्षी बनना होगा।
कॉन्1लेव के बारे में बात करते हुए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के रिसर्च डीन, डॉ. संजीत सिंह ने कहा कि यह कॉन्1लेव 2 महीने तक चलेगा, जो छात्रों को नए आइडिया और प्रोड1ट विकसित करने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान कर रहा है। यह कॉन्1लेव आईओटी/आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, एग्रीकल्चर, एनर्जी कंजरर्वेशन, वेस्ट मैनेजमेंट और प्रोड1ट डिवेल्पमेंट जैसे विषयों पर आधारित होगा, जिनके तहत छात्रों को अपने विचार और प्रोड1ट जमा करवाकर प्रतिस्पर्धा में भाग लेना है।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम सिंह संधू ने कहा कि इनोवेशन और रिसर्च को बढ़ावा देने तथा इस क्षेत्र में युवाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी द्वारा 6.5 करोड़ रुपए सालाना बजट प्रस्तावित किया गया है तथा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में स्थापित टे1नोलॉजी बिज़नेस इन्1यूबेटर देश के टॉप 1० इन्1यूबेटरों में से एक है। उन्होंने कहा कि साल 2०2० में रिकॉर्डतोड़ पेटेंट दर्ज कर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी आईटी के क्षेत्र में देशभर में पहले स्थान पर रही है।

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