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टैट पास मैरिट होल्डर उम्मीदवार दर -दर की ठोकरें खाने को मजबूर

मोहाली 16 जुलाई (विजय)। मैरिट होल्डर उम्मीदवारों ने जुलाई 2011 में पीएसटीईटी -2 पेपर दिया था, जिस के उत्तर में 4 सवालों के जवाब सही न होने के कारण कुछ उम्मीदवारों की तरफ से 2015 में हाई कोर्ट में पटीशन दायर की गई थी, जिस का फैसला 18 मई 2016 को सुनाते हुए अदालत ने उक्त 4 विवादित सवालों का बनता लाभ देने के हुक्म जारी किये गए थे। उपरोक्त जानकारी टैट पास मैरिट होल्डर उम्मीदवार जो कि लंबे समय से पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड मुख्यालय के सामने पक्का धरना लगा कर बैठे हैं ने बातचीत के दौरान दी।
उन्होंने कहा कि इस के बाद एससीईआरटी की तरफ से अपील दायर की गई जो 27 अक्तूबर 2016 को अदालत ने शुरू से खारिज करते अपना फैसला पटीशनरों के हक में दिया गया। जिस के आधार पर एससीईआरटी ने टैट साल 2011 का नतीजा जनरलाईज़ड रिवाईज करके उनका नतीजा के पास घोषित किया गया। उन्होंने बताया कि टैट 2011 का नतीजा के पास होने पर साल 2011 -12 में निकली भरती 3442 और 5178 के पहले से ही नौकरी के लिए चुने गए उम्मीदवारों की अपेक्षा अधिक मैरिट अंक होने के बावजूद यह अध्यापक बेरोज़गारी की भट्टी में जल रहे हैं। जबकि इन से कम मैरिट वाले उम्मीदवार लगभग पिछले 10 सालों से शिक्षा विभाग में सेवा निभा रहे हैं। यह भरती बिना किसी विषय टैस्ट से हुई थी। विभाग ने इन भरती में नौकरी देने की जगह पर उन की उम्र हद और टैट 2011 की वैलीडिटी बढ़ा दी जो कि बेइन्साफी है। इस करके इन को उक्त भरती में नौकरी लेने के लिए फिर से हाई कोर्ट का सहारा लेना पड़ा, जिस पर हाई कोर्ट की तरफ से 27 नवंबर 2020 के इनटरम आर्डर के अंतर्गत समूह मेरिट होल्डर पटीशनरों के 10 साल खराब होने और अब उन की सीट रिजर्व करने के लिए कहा गया। इन में कई मैरिट होल्डर उम्मीदवार ऐसे भी हैं जो ओवरज हो गए हैं। जिन को मौजूदा समय में कई प्रकार की आर्थिक और मानसिक मंदहाली का सामना करना पड़ रहा है। पीडि़त उम्मीदवारों ने पंजाब सरकार और शिक्षा विभाग को चेतावनी कि पिछले 10 सालों से बेरोज़गारी की मार बर्दास्त कर रहे मैरिट में आए उम्मीदवारों को बनती असामी पर नौकरी दी जाये जिससे वह अपने परिवार का पालन -पोषण कर सकें और विद्यार्थियों को पढ़ा कर समाज में अपना योगदान डाल सकें। उन्होंने कहा कि ऐसा न होने की सूरत में पीडि़त उम्मीदवारों की तरफ से पंजाब सरकार का आगामी विधान सभा चुनाव में हर फ्रंट पर डट कर परिवारों समेत विरोध किया जायेगा।

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कच्चे अध्यापक यूनियन का धरना 31वें दिन में प्रवेश, धरना स्थल पर रोष जता की पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी
मोहाली। वहीं दूसरी ओर अपनी नौकरी को पक्की करवाने को लेकर पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के पास पिछले 3० दिनों से लगातार धरने पर बैठे कच्चे अध्यापक यूनियन का धरना शुक्रवार को 31वें दिन में प्रवेश कर गया। गौरतलब है कि यहां पर इतने लंबे समय से धरने पर बैठे कच्चे अध्यापक आए दिन अपने अलग अंदाज में पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रर्दशन व नारेबाजी करते दिखाई देते हैंँ। अध्यापकों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती है वह धरना हटाने वाले नहीं हैं। यूनियन लीडर जूझार सिंह ने बताया कि आज उनका धरना 31वें दिन में प्रवेश कर गया है।

 

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