कच्चे अध्यापकों की बैठक एक बार फिर कैप्टन संदीप संधू से हुई, नतीजा कुछ नहीं अभी भी करना होगा अध्यापकों को इंतजार
मोहाली 24 जुलाई (विजय)। मोहाली में पिछले 4० दिनों से लगातार धरने पर बैठे कच्चे अध्यापकों के शुक्रवार को कांग्रेस पंजाब प्रधान के ताजपोशी मौके किए गए जोरदार हंगामें के बाद शनिवार को एक बैठक इन अध्यापकों के साथ की गई। हालांकि यह बैठक मोहाली जिला प्रशासनिक कांप्लेक्स में कच्चे अध्यापकों की पुलिस अधिकारियों के समक्ष सीएम के ओएसडी कैप्टन संदीप सिंह संधू की अध्यक्षता में हुई। लेकिन इस बैठक का भी अन्य बैठकों की तरह कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका और मामला अन्य अधिकारियों और कैबिनेट की बैठक पर ही छोड़ दिया गया। किन्तु हर बार ही तरह इस बार भी श्री संधू की ओर से टीचरों को आश्वासन ही मिला। इसलिए अध्यापकों ने पत्रकारों से बातचीत में स्पष्ट तौर पर क्लीयर कर दिया है कि यदि उनकी आगामी करवाई जाने वाली बैठकों में यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता तो वह गुप्त एक् शन करने के लिए मजबूर हो जाऐंगें, जिसके नतीजे मौजूदा मंत्रियों और सरकार के लिए अच्छे साबित नहीं होगें।
मोहाली में हुई बैठक के बाद जानकारी देते हुए कच्चे अध्यापक यूनियन लीडर दविंदर सिंह, वीरपाल कौर और श्री पन्नू ने बताया कि बैठक एक बार नहीं बल्कि कैप्टन संधू के साथ यह चौथी बैठक है। लेकिन इस बार भी अगली होने वाली बैठक में साकारत्मक नतीजे आने का विश्वास दिलया गया है। लेकिन आगामी बैठकों में यदि कोई सहीं फैसला नहीं आता तो उनकी सब्र का पुल टूट जाएगा और वह गुप्त एक्शन करने के लिए मजबूर हो जाएंगें, जिसकी झलक अध्यापकों ने सरकार को गत दिवस पंजाब कांग्रेस भवन पर दिखा चुके हैं। उन्होंने बताया कि उनके साथी पिछले लंबे समय से शिक्षा भवन की सातवीं इमारत पर बैठे हैं उनकी हालत दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। इसलिए अब ज्यादा इंतजार नहीं किया जा सकता।
गौरतलब है कि धारा 144 का उल्लंघन करने वाले अध्यापकों जिनकों पुलिस ने हिरासत में लिया था उनको देर शाम तक छोड़ दिया। वहीं पिछले दिनों की बैठक शिक्षा सचिव के साथ हुई, जो बेनतीजा रही। बता दे कि कच्चे अध्यापक बीते डेढ़ महीने से मोहाली में शिक्षा विभाग के मुख्यालय के बाहर स्थायी करने की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं। बुधवार को इन्होंने चंडीगढ़ में सीएम आवास की ओर नारेबाजी करते हुए कूच किया था। लेकिन पुलिस बल की सख्ती के कारण यह सीएम को नहीं मिल पाए। हालांकि वीरवार को इन्हें शिक्षा मंत्री, प्रिंसिपल सेक्रेटरी टू सीएम, शिक्षा सचिव और वित्त सचिव के साथ बैठक करवाने का आश्वासन दिया गया था। जबकि इस दौरान मोहाली पुलिस के साथ इनका टकराव भी हुआ और कच्चे अध्यापक बैरिकेड्स तोडक़र चंडीगढ़ में प्रवेश कर गए थे। लेकिन चंडीगढ़ पुलिस ने इन्हें रोक लिया था। जिसके बाद कच्चे अध्यापकों को वीरवार को बैठक के लिए लिखित आश्वासन दिया गया था। उन्होंने कहा कि पक्के होने की मांग कर रहे पंजाब के कच्चे अध्यापक पिछले करीब डेढ माह से शिक्षा विभाग के बाहर धरने पर बैठे हैं। लेकिन सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं कर रही है जिसके चलते कच्चे अध्यापक अब मरने और मारने तक उतारू हो चुके हैं।
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