पंजाब सरकार का स्मार्ट हाई स्कूल बना स्यिूमिंग पू
मोहाली 28 जुलाई (विजय)। पंजाब में बनाए गए स्मार्ट स्कूलों की पोल उस समय खुल गई जब मोहाली जिले के अधीन आते गांव देसूमाजरा के सरकारी स्कूल में जरा सी बरसात के चलते स्कूल स्वियूमिंग पूल बन गया। इतना ही नहीं एक ओर जहां स्कूल में एक दम गंदा पानी सीवरेज और बरसात के आने से स्कूल कैंपस में जाने के साथ-साथ स्कूल कमरों तक पहुंच की। जिसे चलते स्कूल में शिक्षा ले रहे विद्यार्थियों की समय से पहले ही छ़ुट्टी करनी पड़ी और अगले दिन स्कूल खुलेगा या बंद रहेगा। इस बारें अभी तक विद्यार्थियों के पास भी कोई जानकारी नहीं है। लेकिन जिस किसी ने भी इस गंदे पानी को स्कूल मैदान आदि में खड़ा देखा और साथ ही पंजाब सरकार की स्मार्ट स्कूल नंबर-1 देसूमाजरा का होर्डिंग देखा। उनमें से अधिकांश लोगों ने अपने फोन पर भी स्कूल की वीडियों बनाई और बच्चों के सेहत से खिलवाड़ करने जैसी बात कही।
गौरतलब है कि खरड़ शहर के मेन हाई-वे के ऊपर गांव देसूमाजरा का हाई स्कूल जो कि पूरा स्विमिंग पूल बन चुका है। इस मौके आम आदमी पार्टी के यूथ प्रिंस धालीवाल ने बताया की मौसम की पहली बारिश के साथ ही इतना बुरा हाल है कि वहां पर पांव रखने को भी जगह नहीं है । उन्होंने कहा कि हैरानी की बात यह है कि यह स्कूल नेशनल मेन हाईवे जो कि चंडीगढ़ को जाता है वहां से साफ नजर आता है, लेकिन किसी भी मंत्री को किसी भी सरकारी अधिकारी को इस स्कूल की हालत नजर नहीं आई और गजब की बात यह है स्कूल के अंदर कैप्टन सरकार और मंत्री विजय इंदर सिंगला का बोर्ड लगा हुआ है । इस स्कूल को जिसको स्मार्ट स्कूल का नाम दिया गया है वहां पर खड़े होने तक की जगह नहीं है तो क्या उम्मीद की जा सकती है यह स्कूल बच्चों को डॉक्टर या इंजीनियर बना कर भेजेंगे।
इस दौरान आम आदमी पार्टी पंजाब के सीनियर वाइस प्रैसीडैंट यूथ लीडर परमिंदर सिंह गोल्डी और प्रिंस धाली ने कहा शर्म आती है कि आज के समय में जहां पर जो पेरेंट्स है अपने बच्चे को कोरोना का समय में किसी तरह गुजारा करके किसी भी तरीके से अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं। लेकिन स्कूल ही बच्चों की सेहत से खिलवाड़ कर रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों को मौत के मुंह में धकेला जा रहा है , एक तरफ कैप्टन सरकार दावा करती है कि हम स्मार्ट स्कूल बना रहे हैं लेकिन स्कूल में गंदा नाली का पानी आ रहा है, पूरा तालाब बना हुआ है जहां पर बच्चों को कई तरह की बीमारियां लग सकती है । क्योंकि बरसात के दिनों में कई तरह की बीमारियां पैदा होती है चाहे वह मलेरिया , डेंगू आदि ही क्यों न हो? अगर कोई बच्चे को दिक्कत आती है किसी बच्चे की सेहत खराब होती है कौन उसका जिमेवार है? कोनसा फ्री इलाज होता है ? गरीब इंसान खर्चा चलाए या बीमारियों से लड़े? उन्होंने कहा कि हमारे स्वास्थ्य मंत्री बलवीर सिद्धू जी जो हैं मोहाली में ही रहते हैं उनको जरा भी ख्याल नहीं है कि सेहत सेवाए का निरीक्षण करें।
आप लीडर परमिंदर गोल्डी और प्रिंस धालीवाल ने कहा की वह इस मुद्दे को लेकर खरड़ शहर के एसडीएम से भी मिलेंगे और डीसी साहब से भी बात करेंगे और पूरे गांव वासियों को साथ लेकर धरना प्रदर्शन करेंग,े अगर जल्द इसका ड्रेन की सुविधा उपलब्ध नहीं होती है। इसके अलावा स्कूल से बरसाती पानी के निकासी के लिए उचित कदम नहीं उठाया जा सकता।
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क्या कहना है स्कूल प्रिंसीपल का?
मोहाली। इस दौरान स्कूल प्रिंसीपल पुश्पिंदर कौर ने कहा कि स्कूल में बरसाती पानी के उचित निकासी न होने के चलते अचानक से गंदा सीवरेज और बरसात का पानी स्कूल के मैदान, स्कूल कमरों और बच्चों के साईस सिटी मैदान में घुस गया है जिसके चलते बच्चों की समय से पहले छुट्टी करनी पड़ी। उन्होंने बताया कि मामले की जानकारी उच्चधिकारियों को दे दी गई है और अधिकारी जरूर कोई न कोई उचिम कदम जरूर उठाएंगें। क्योंकि बच्चों के सेहत का मामला है।
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