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बेरोजगार स्टैनों यूनियन पंजाब के बैनर तले एसएसबोर्ड मुख्यालय समाने जारी है धरना

मोहाली 24 अगस्त (विजय)। अपनी मांगों को लेकर पिछले दो दिनों से बेरोजगार स्टैनों यूनियन के बैनर तले मोहाली स्थित एसएसबोर्ड के कार्यालय सामने धरना जारी है। धरने के दूसरे दिन बेरोजगार स्टैनों यूनियन ने नेताओं ने जिनमें रहमत सिंह, मलकीत ,जशन,बालकरन ने बताया कि पिछले 74 सालों से 15 अगस्त का आजादी दिवस मनाते आ रहे हैं परन्तु हमें आज तक न आर्थिक आजादी मिली है न, शैक्षिक और न सामाजिक। अगर हमें आर्थिक आजादी मिली होती तो पंजाब का हर एक मजदूर वर्ग खुशवाल होता, उन की हालत इतनी बदतर न होती, जितनी अब हो रही है।
यूनियन नेताओ ंने कहा कि आज पंजाब का पढ़ा लिखा वर्ग सडक़ों पर अपने हकों के लिए न उतरता और सुखविन्दर सिंह जैसे को टावर पर चढ़ कर सवा सौ दिन रोजगार के लिए न लडऩा पड़ता इसके अलावा पंजाब शिक्षा बोर्ड की ऊपरी मंजिल पर चढ़ कर बेरोजागरों को यह न कहना पड़ता कि हमें 18 साल हो गए छह हजार और हमें पक्के करों।
उन्होंने कहा कि पंजाब कांग्रेस सरकार सत्ता में आने से पहले पंजाब के बेरोजगारों के साथ घर -घर नौकरी देने का वायदा किया था जो कि अब वायदा खोखला निकला। आज पंजाब का हर एक वर्ग पंजाब सरकार की लोक मारू नीतियों से परेशान है। इन वर्गों में से एक वर्ग बेरोजगार स्टैनों टायपिस्ट भी हैं जो पिछले साढ़ेचार सालों से स्टेनो टायपिस्ट की आसामियों का इंतजार कर रहे हैं । पंजाब के कुछ आदारे स्टेनो टाईपिस्ट की मुफ्त प्रशिक्षण दे रहे हैं जब उन को साढ़े 4 साल से अधिक समय सरकार का गुजर जाने पर एक भी मौका नहीं देना तो फिर उनके साथ कोजा मज़ाक सरकार क्यों कर रही है? स्टेनो टायपिस्ट की आसामियों के सम्बन्ध में हम पिछले दो सालों से पंजाब कांग्रेस के विधायकों को माँग पत्र दिए थे और आज तक सरकार की तरफ से हमारे दिए माँग पत्रों पर कोई अमल नहीं किया गया, जिस से हम परेशान हो कर गत दिनों से पंजाब एसएसएस बोर्ड मोहाली गेट आगे बैठ कर रोष प्रर्दशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके कि पंाजाब सरकार के पास 300 के लगभग पंजाबी स्टेनो टायपिस्ट की आसामियों के खाली होने के सम्बन्ध में अलग अलग विभागों की तरफ से खाली पड़ी। उन्होंने ंपजाब सरकार को चेतावनी देेते हुए कहा कि उनका धरना अब अनिश्चित समय के लिए जारी है और अपनी मांगों को पूरा करवा कर ही दम लेगा। उन्होंने कहा कि जब तक उनके स्टैनों टाईपिस्टों की भरती का इशतेहार जारी नहीं किया जाता तो व ह जल्द ही भूख हड़ताल और मरणावर्त पर भी बैठने के लिए मजबूर हो जाएंगें।

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