तीन बार कोर्ट में समझौता करके मुकरा जरनैल बाजवा, पीड़ित परिवार ने केस री-ओपन करने के लिए कोर्ट में डाली दोबारा याचिका
मोहाली, 25 अगस्त (विजय) । बाजवा डेवलपर्स लिमिटेड सन्नी एनक्लेव के मैनेजिंग डायरेक्टर जरनैल सिंह बाजवा द्वारा गांव अभयपुर के रहने वाले करम सिंह के साथ करोडों रुपए की ठगी मारने उपरांत इंसाफ़ ना मिलने पर पीड़ित ने 10 फरवरी 2016 को अदालत में सल्फास खाकर खुदकुशी कर ली थी। इस मामले में पीड़ित परिवार को 6 साल बाद भी इंसाफ नहीं मिला है। इस मामले में मृतक के परिवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दोबारा बाजवा के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित परिवार का कहना है कि बाजवा ने उनके साथ तीन बार कोर्ट में हलफिया ब्यान दर्ज करवा फैसला किया पर हर एक बार अदालत के निर्देशों के उल्लंघन करते हुए वह अपने बयानों से मुकर गया। पीड़ित परिवार ने आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस से इंसाफ की मांग करते चेतावनी दी है कि अगर 15 सितंबर 2021 तक उनको इंसाफ ना मिला तो वह भी अपने पिता कर्म सिंह के जैसे खुदकुशी कर लेंगे। पीड़ित अरविंदर सिंह ने आरोप लगाए कि नामी बिल्डर होने के कारण ना तो पुलिस बाजवा को गिरफ्तार कर रही है और दूसरी तरफ अदालत भी बाजवा के खिलाफ कोई सख्त ऑर्डर जारी नहीं कर रही है। पीडि़त ने कहा कि जिन बैंकों से लोन उठाकर उसने मशीनरी डाली थी वह लोन ना चुकाने के कारण बैंक की तरफ से जब्त कर ली गई है। अब वह पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है जिसका जिम्मेदार जरनैल बाजवा है।
अरविंदर सिंह ने आरोप लगाया कि उन्होंने बाजवा से साढ़े चार करोड़ रुपए लेने हैं। बाजवा के खिलाफ जब भी कोई कार्रवाई होने लगती है वह समझौते की बात कह कर खुद को जेल जाने से बचा लेता है और बाद में अपनी बातों से मुकर जाता है। अरविंदर ने कहा इस मामले में इंसाफ पाने के लिए वह अब तक 50 से 55 लाख रुपए खर्च कर चुके हैं। परन्तु किसी तरह बाजवा के खिलाफ कोई कार्रवाई होती हुई उन्हें नजर नहीं आ रही जबकि उसे केस वापिस लेने के लिए धमकियां मिल रही हैं। पीडि़त ने एसएसपी मोहाली को दोबारा शिकायत देकर इंसाफ की मांग की है और खरड़ कोर्ट में केस को रि- ओपन करने की पिटीशन दायर कर दी है।
बाक्स
जरनैल बाजवा ने अपने ऊपर लगाए आरोपों को बेबुनियाद बताया, कहा पीडि़त कर रहा ब्लैक मेल, मुझे और परिवार को जान का खतरा
मोहाली। उपरोक्त मामले पर जरनैल सिंह बाजवा ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि पीडि़त जो आरोप उन पर लगा रहा है वह सब बेबुनियाद हैं और उल्टा वह उन्हें ब्लैक मेल कर रहा है और उससे उनके समूह परिवार और उनको जान का खतरा है। बाजवा ने जारी अपने बयान में कहा कि कि जिस मामले की बात पीडि़त ने की है उसमेें लगभग 19 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है, लेकिन पीडि़त उनको ही ब्लैकमेल करने के लिए साजिश रचा रहा है। उन्होंने कहा कि पीडि़त को 3 करोड़ के प्लाट-शोरूम और 6० लाख रूपए नगद दिए जा चुके हैं।
Please Share This News By Pressing Whatsapp Button