अपनी मांगों को लेकर कच्चे अध्यापकों द्वारा किया गया चंडीगढ़ के लिए कूच,पुलिस ने जबरदस्त बैरीकेटिंग करके रोका अध्यापकों ने की नारेबाजी, मिला बैठक का समय
मोहाली 24 सितंबर (विजय)। अपनी नौकरी को लेकर पिछले लबे समय से मोहाली में धरना दे रहे कच्चे अध्यापकों की ओर से रविवार को दोपहर के बाद चंडीगढ़ विधानसभा के लिए कूच कर दिया गया। हालांकि वह अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सके और चंडीगढ़ पुलिस की ओर से की गई जबरदस्त बैरीकेटिंग के पास उनको रोक लिया गया। बता दे कि इस दौरान चंडीगढ़् मोहाली पुलिस के साथ अध्यापक यूनियन के कनवीनरों की काफी तकरार भी हुई। लेकिन अध्यापकों के गुस्से के आगे पुलिस अधिकारी शांत हो गए और मामले को शांत करते हुए पांच सदस्ीय टीम को चंडीगढ़ के लिए बैठक करने संबंधित भेज दिया गया। इन पांच सदस्यी कमेटी ने प्रिंसीपल सैक्रेटरी टू सीएम केेके यादव से मुलाकात करके अपनी मांगों संबंधित ज्ञापन सौंपा और प्रिंसीपल सैक्रेटरी ने अध्यापकों को नए बने मंत्री मंडल की होने वाली पहली बैठक में अध्यापको की मीटिंग करवाने का आश्वासन दे कर वापस मोड़ दिया ।
जबकि इससे पहले धरने को संबोधित करते हुए कच्चे अध्यापक यूनियन के कनवीर दविं दर सिंह व अन्य नेताओं ने कहा कि पंजाब के पूर्व मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा 13 हजार के करीब कच्चे अध्यापकों में से 6393 अध्यापकों को शिक्षा विभाग में शामिल कर लिया गया था और बकायदेतौर पर इसके लिए नोटिफिकेशन भी जारी कर दी गई थी, लेकिन मुख्यमंत्री के पद से हटने के मामले भर्ती प्रक्रिया की कार्रवाही काफी धीमी चल रही थी जिसके चलते अध्यापकों को आज यह कदम उठाना पड़ा है। उनहोंने कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को पूरा न किया तो आगामी दिनों में वह इससे भी बड़ा संघर्ष का रास्ता अख्तियार करने को मजबूर हो जाएगें। उन्होंने कहा कि आज पंजाब के विभिन्न जिलों से भारी संख्या में अध्यापक धरने पर पहुचे थे। इस दौरान बैठक करने के बाद कच्चे अध्यापकों के धरने में शामिल अध्यापक जूझार सिंह ने बताया कि बैरीकेटिंग की जगह से पांच अध्यापक जिनमें अजमेर सिंह औलख, दविंदर सिंह संधू, जसवंत सिंह, हरप्रीत कौर ,नवदीप सिंह बराड़ और कुलदीप सिंह को बैठक के लिए भेजा गया था जहां उनकी मुलाकात प्रिंसीपल सैक्रेटरी टू सीएम पंजाब के के यादव के साथ मुलाकात करवाई गई और मांगों संबंधित ज्ञापन सौंपा गया। उन्होंने बताया कि प्रिंसीपल सैके्रटरी की ओर से आश्वासन दिया गया है कि पंजाब की पहली कैबिनेट मीटिंग में अध्यापकों की बात रखी जाएगी और बैठक भी करवाई जाएगी, जिसके बाद वह सीएम पंजाब से भी मिल सकेगें। उनहोंने बताया कि इसके बाद धरना हटा कर अपने पुराने वाले धरना स्थल पर अध्यापक चले गए हैं। उनहोंने बताया कि पुरानी जगह पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के पास धरना लगाताार जारी रहेगा और आज उनका धरना 1०3 दिन में प्रवेश कर गया है। उनहोंने बताया कि यदि सरकार ने जरा भी कोई हरकत करने की कोशिश की तो अध्यापक अपनी मांगों को लेकर किसी भी रास्ते पर जा सकते
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