नगर निगम की मीटिंग दौरान हुआ हंगामा,
मोहाली, 28 सितम्बर (विजय)। नगर निगम की मंगलवार को हुई मीटिंग में ज़बरदस्त हंगामा हुआ और इस दौरान जहाँ विरोधी पक्ष (आजाद ग्रुप) के पार्षदों की ओर से मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू पर निगम की जमीन अपने चहेते को देने के लाए प्रस्ताव का आरोप लगाया गया वहाँ काबिज पक्ष के पार्षदों की तरफ से काबिज पक्ष के पार्षदों ने शहर में फिरते पालतू पशूओं की तस्वीरों दिखाते इन विरोधी पक्ष के पार्षदों पर उलट वार करते कहा कि यह विरोधी पक्ष वास्तव में लोग विरोधी पक्ष है जो इतने अहम प्रस्ताव पर भी सवाल खड़े कर रही है।
नगर निगम के मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू के नेतृत्व मेें आज हुई नगर निगम मोहाली की मीटिंग की शुरूआत में पिछली मीटिंग और वित्त और ठेका समिति की मीटिंग की कार्यवाही को परवानगी दी गई। इसके बाद पूर्व डिप्टी मेयर और मौजूदा पार्षद मनजीत सिंह सेठी की धर्म पत्नी के अकाल प्रस्थान पर दुख प्रकट करते बिछड़ी आत्मा को 2 मिनट का मौन रख कर श्रद्धाँजलि दी गई। मीटिंग में सीनियर डिप्टी मेयर अमरीक सिंह सोमल, डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी, कमिशनर कमल गर्ग, ज्वाइंट कमिशनर हरजीत सिंह ढिल्लों, एसई संजय कँवर हाजिर थे।
मीटिंग में मोहाली नगर निगम अधीन के आते गाँवों में रखे पालतू पशूओं के लिए किराये पर ज़मीन देने सम्बन्धित लाया गया प्रस्ताव बहुसंमती के साथ के पास हो गया। इस दौरान मेयर की तरफ से विरोधी पक्ष के पार्षदों को कहा गया कि पशूओं वाले प्रस्ताव सम्बन्धित जिस का जो भी ऐतराज़ है वह खुल कर बताया जाये। इस दौरान विरोधी पक्ष के पार्षदों की तरफ से जब इस प्रस्ताव के खिलाफ बोलना शुरू किया गया तो काबिज पक्ष के पार्षदों ने शहर में फिरते पालतू पशूओं की तस्वीरें दिखानीं शुरू कर दीं। इस मौके विरोधी पक्ष की पार्षद हरजिन्दर कौर, गुरमीत कौर, रमनप्रीत कौर, अरुना विशिष्ट ने कहा कि नगर निगम के मेयर पालतू पशूओं के नाम पर जमीन देने के नाम पर निगम की ज़मीन दबाना चा रहे हैं और इस तरीके साथ बलौंगी पंचायत की ज़मीन पहले ही दबाई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि उनके वार्डों के साथ पक्षपात होता है और जानबूझ कर विकास कार्य रोके जाते हैं।
दूसरे तरफ कांग्रेसी पार्षदों का कहना था कि पालतू पशूओं को शहर से बाहर ले जाने के लिए ज़मीन किराये पर देना किसी भी पक्ष से गलत नहीं है और इस के साथ जहाँ पशूओं के साथ होने वाले हादसों में किमती जानें जाने से बचेंगी वहाँ सीवरेज भी जाम नहीं होगा और शहर भी साफ- सुथरा रहेगा। इस मौके काबिज पक्ष के पार्षदों ने विरोधी पक्ष के पार्षदों के खिलाफ शेम -शेम के नारे भी मारे। इस शोर-
शराबे और हंगामें में ही बहुसंमती के साथ काबिज़ पक्ष के पार्षदों ने यह प्रस्ताव पास कर दिया। इस दौरान कमिशनर नगर निगम कमल गर्ग की तरफ से इस प्रसताव में लीज की जगह किराये पर ज़मीन देने की संशोधन पेश की गई जिसको स्वीकृत कर लिया गया।
विरोधी पक्ष के पार्षद सुखदेव सिंह पटवारी और सरबजीत सिंह समाना जिन की तरफ से इस प्रस्ताव के खिलाफ दो दिन पहले ही पत्रकार सम्मेलन करके प्रस्ताव का विरोध करने का ऐलान किया गया था मीटिंग से गैर हाजिर रहे। मीटिंग के बाद विरोधी ग्रुप की पार्षदों जिनमें गुरमीत कौर, हरजिन्दर कौर, रमनप्रीत कौर, अरुना विशिष्ट की तरफ से मेयर के दफ़्तर के बाहर जमीन पर पर बैठ कर धरना दिया गया। इस मौके पार्षद गुरमीत कौर ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने मीटिंग दौरान मेयर को पूछा कि उनके वार्ड के काम कब पूरे होंगे तो मेयर ने उन को कहा कि अब उन की उम्र नहीं है और वह अपने घर जा कर बैठे। बाद में मेयर ने आ कर धरना दे रही पार्षदों को मनाया और कहा कि उन को सुनने में गलती लगी है जबकि उन्होंने कहा थी कि वह घर जाए और कामों के बारें में फोन पर दे दी जायेगी। जिस के बाद यह धरना समाप्त हो गया।
मीटिंग के बाद मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते कहा कि वह इस बात का ख़्याल रखेंगे कि मीटिंग में विरोधी पक्ष और काबिज़ पक्ष के पार्षद एक दूसरे के साथ न संबोधित करते बल्कि चेयर को संबोधन करके बात करें।
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