मोहाली 12 अक्तूबर (विजय)। ‘‘उच्च शिक्षा की बढ़ती मांग, निस्संदेह अकादमिक प्रतिनिधियों को शैक्षणिक क्षेत्र की गुणव8ाा में सुधारात्मक प्रयास और एक प्रभावी सिस्टम को विकसित करने तथा अन्य देशों के साथ सहयोग और अनुभव के आदान-प्रदान में भाग लेने के लिए प्रेरित करती है। ये शब्द चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी घड़ूआं में आयोजित ग्लोबल एजुकेशन समिट-2०21 के दौरान यूनिवर्सिटी ऑफ फिजी की वाइस चांसलर डॉ. सुशीला चांग ने कहे। विश्वविद्यालयों की गुणव8ाा में सुधार के लिए वैश्विक स्तर पर साझेदारियों को बढ़ावा देने और सोशल इनोवेशन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, घड़ूआं द्वारा 2 दिवसीय ग्लोबल एजुकेशन समिट का आयोजन किया गया। जिस दौरान अमेरिका, मलेशिया, गाजा, मॉरीशस, आयरलैंड, इंडोनेशिया, फिलिस्तीन, लीबिया और चिली सहित 26 देशों के विभिन्न विश्वविद्यालयों के 5० से अधिक प्रेसिडेंट और चांसलर और वाइस चांसलर वर्चुअल कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, घड़ूआं के प्रो. चांसलर डॉ. आरएस बावा विशेष तौर पर मौजूद रहे। यूनिवर्सिटी ऑफ फिजी की वाइस चांसलर डॉ. सुशीला चांग ने कहा कि कई देश छात्रों को इंग्लिश में कोर्स की बजाय अपनी मातृभाषा में पढ़ाई के अवसर प्रदान कर रहे हैं, जो कि एक सराहनीय प्रयास है। डॉ. सुशीला चांग ने कहा ‘मानसिक स्वास्थ्य में निवेश करना उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए । प्रो. इयान फाइंडले ने कहा कि ‘कई विश्वविद्यालय अपने पुराने-पारंपरिक सीखने के विचारों के साथ एक अत्यंत चुनौतीपूर्ण भविष्य का सामना कर रहे हैं। ‘कोविड-19 संकट ने विश्वविद्यालयों के स्वर्ण युग के अंत को गति दी है। प्रो. पॉल अहलूवालिया ने कहा, विश्वविद्यालयों को एक हाइब्रिड उच्च शिक्षण मॉडल को लागू करने और टीचिंग टे1नोलॉजी में इनोवेशन को बढ़ाने की आवश्यकता है। डॉ. कार्ला ओचोटोरेना ने कहा कि विश्वविद्यालयों को संकट की तैयारी के लिए योजना और प्रबंधन में अपने छात्रों को शामिल करना चाहिए और इन सब प्रक्रियाओं के माध्यम से हम छात्रों की अकांक्षाओं को पूरा कर सकते हैं। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रो.चांसलर डॉ. आरएस बावा ने कहा कि शिक्षा जगत में समय-समय पर बदलाव और विकास हुए हैं, लेकिन कोविड संकट के दौरान बनी स्थिति ने उच्च शिक्षा संस्थानों को पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित किया है।
मोहाली 12 अक्तूबर (pawan kumar )। मोहाली के मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू ने मंगलवार को स्थानीय निकाय विभाग मंत्री ब्रह्म महेन्दरा के साथ मुलाकात की। इस मौके डिप्टी मेयर मोहाली कुलजीत सिंह बेदी विशेष तौर पर उन के साथ थे।
इस मौके मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू ने स्थानिक सरकार मंत्री ब्रह्म महेन्दरा को बताया कि मोहाली नगर निगम ने जन सेहत विभाग को अपने अधीन लेने सम्बन्धित प्रस्ताव पास करके भेजा हुआ है और इस के इलावा सैक्टर 82 और आस-पास के कुछ गाँवों को नगर निगम की हदबंदी में शामिल करने सम्बन्धित भी प्रस्ताव पास करके भेजा हुआ है। उन्होंने विभाग के संबंधित मंत्री को विनती की कि इस की परवानगी दी जाये। इस साथ साथ मेयर जीती सिद्धू ने मोहाली शहर में से पशूओं को बाहर लेबजाने के लिए किराये पर दी जाने वाली ज़मीन सम्बन्धित पास किये गण् प्रस्तावों के बारे भी मंत्री को जानकारी देते इस सम्बन्धित सहयोग की अपील की। इस के इलावा मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू ने मंत्री ब्रह्म महेन्दरा को बताया कि मोहाली में जो झुग्गी झोंपडी क्षेत्र है उस पर बसेरा स्कीम आई हुई है। इस के बारे भी विचार विमर्श किया गया। मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू ने इस मौके स्थानिक सरकारें विभाग के मंत्री को विनती की कि नगर निगम मोहाली पंजाब का एक महत्वपूर्ण शहर है इस लिए इस की तरफ ज्यादा ध्यान दिया जाये और स्थानिक सरकार विभाग के अधिकारियों को मोहाली नगर निगम के साथ सहयोग करने के लिए हिदायतें जारी की जाएँ।
इस मौके कैबिनेट मंत्री स्थानीय निकाय विभाग ब्रह्म महेन्दरा ने मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू को पूर्ण भरोसा दिलाया कि मोहाली नगर निगम को स्थानिक सरकार विभाग की तरफ से पूरा सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा कि मोहाली के हलका विधायक बलबीर सिंह सिद्धू (जो पूर्व सेहत मंत्री रहे हैं) उन के कैबिनेट में सहयोगी मंत्री रहे हैं और उन का पंजाब सरकार में पूरा सत्कार है। उन्होंने कहा कि बलबीर सिंह सिद्धू बहुत सीनियर नेता हैं और मोहाली नगर निगम को उन का आशीर्वाद प्राप्त है इस लिए स्थानिक सरकार विभाग मोहाली नगर निगम को सहयोग पक्ष से किसी भी तरह की कमी नहीं आने देगा। इस मौके स्थानिक सरकार विभाग के सचिव और डायरैक्टर, मोहाली नगर निगम के कमिशनर कमल गर्ग और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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