नौकरी पाने की मांग को लेकर पीटीआई 646 अध्यापक यूनियन का हल्ला बोल..
मोहाली, 14 अक्तूबर (pawan kumar )। अपनी नौकरी को पाने के लिए वीरवार को बेरोजगार पीटीआई 646 अध्यापक यूनियन के चार मैंबर (दो लडक़े, दो लड़कियों) ने गाँव सोहाना पास स्थित पानी वाली टेकी पर चढ़ गए और माँग की कि उन की माँगों तुरंत माना जाएँ।
गौरतलब है कि अध्यापक यूनियन का अचानक मोहाली पहुंचा दल सबसे पहले 2० फुट लंबी बांस की सीढ़ी का इंतजाम किया और पुलिस और प्रशासन के भनक लगने से पहले सोहाना स्थित उस पानी की टैंकी पर चार साथी चढऩे में कामयाब हो गए, जिसे कभी मेाहाली प्रशासन की ओर से प्रर्दशनकारियों की ओर से इस पानी की टैंकी पर चढऩे और रोष प्रर्दशनक करने के मामले से तंग आकर पानी की टैंकी के ऊपर जाने वाली सीढ़ी को जेसीबी मशीन की मदद से लगभग 3० फुट ऊंचाई तक तोड़ दिया गया। लेकिन पीटीआई अध्यापक यूनियन के बैनर तले दिया जाने वाले इस धरने और यूनियन के साथियों ने मोहाली प्रशासन की आंख में झूल झोकते हुए टैंकी पर चढऩे में कायमाब हो गए और बाद में पहुंची पुलिस अन्य साथियों को ऊपर चढऩे से रोकने में कामयाब गई। वहीं दूसरी ओर धरना देने वाले बेरोजगार पीटीआई अध्यापकों का कहना है कि अब उनहोंने यहां पर पक्का धरना लगा दिया है या तो उनकी मांगे पूरी होगी या फिर वह अपनी जान दे कर ही धरना स्थल से उठेगें।
बता दें कि मौके पर पहुँची पुलिस पार्टी की तरफ से टैंकी पर चढऩे वाले बेरोजगार अध्यापकों को समझा कर नीचे उतरने की अपील की गई, परन्तु यह चारों बेरोजागर अध्यापक टैंकी पर डटे रहे और ऐलान किया कि अब वह तब ही टैंकी से नीचे उतरेंगे जब सरकार की तरफ से उन को पक्की नौकरी के नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। इसी दौरान टैंकी पर चढ़े बेरोजागर अध्यापकों के साथियों की तरफ से टैंकी के नीचे धरना शुरू कर दिया गया।
इस मौके पत्रकारों के साथ बात करते यूनियन के सूबा प्रधान गुरलाभ सिंह भोला ने कहा कि पंजाब में चाहे सरकार बदल गई है, परन्तु सरकार की नीतियाँ पहले वाली हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के नये मुख्य मंत्री चन्नी को बेरोजागरों के बारे सोचना चाहिए और उन को पहल के आधार पर नौकरियाँ देनीं चाहीए। उन्होंने कहा कि कई बेरोज़गार अध्यापक नौकरियाँ माँग माँग कर 42 साल से अधिक उम्र के हो गए हैं, जिस कारण उनके लिए अब सरकारी नौकरी के दरवाजे बंद हो गए हैं, जो कि उनके साथ बेइंसाफी है। उन्होंने कहा कि 40 से अधिक उम्र वाले बेरोजागर अध्यापकों को पहल के आधार पर नौकरी देनी चाहिए जिससे वह भी अपने बच्चे पाल सकें। उन्होंने कहा कि 646 अध्यापकों की भरती साल 2011 में इश्तिहार जारी किया गया था, परंतु 11 साल बीतने के बाद भी इन बेरोज़गार अध्यापकों को नौकरियाँ नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि यह सब कुछ पंजाब सरकार की नालायकी कारण हो रहा है, जिसका खामियाजा वह भुगत रहे हैं। उन्होंने माँग की कि बेरोजागार पीटीआई अध्यापकों की मेरिट लिस्ट तुरंत जारी करके उन को पक्की नैकरी दी जाएँ। इस मौके नेहा खुल्लर, गुरदीप सिरसा, प्रीतम जलालाबाद, राजपाल जलालाबाद, जसविन्दर मानसा, भीम शर्मा, मोनूं पटियाला, अमरजीत जस्सी भवानीगढ़ के अलावा अन्य बेरोजगार पीटीआई अध्यापक मौजूद थे।
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